जाट बेटियां अपने परिवारों का सिर फक्र से ऊंचा करने में जुटी हैं। रीति-नीति और परंपराओं, संस्कारों को साथ संभाले, विकास की दौड़ में जाट बेटियां हर किसी को पीछे छोड़ रही हैं। जीता जागता उदाहरण देखिए। हिसार के पास ही सीसर खरबला गांव में जन्मी कविता गोयत ने अपने प्रदेश और जाट समाज का नाम रौशन किया है। हाल ही हनोई में आयोजित 'एशियाई इंडोर गेम्स- 2009' में 64 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया है।
भूमिहीन किसान जाट परिवार में चार भाई-बहनों में से एक कविता ने पिछले ही साल स्नातक की डिग्री ली है। पिताजी सिक्योरिटी गार्ड हैं और छह साल पहले कविता को बॉक्सिंग खेलने की अनुमति दी। जैसे-तैसे परिवार पालन करने वाले कविता के पिता ने अपने बूते से बाहर जाकर कविता को कोचिंग दिलाई। लेकिन कविता आज भी परिवार को लेकर बेहद चिंतित है। वह कहती है, 'बॉक्सिंग मेरा जुनून है, लेकिन मेरे परिवार की गरीबी, मां-बाप की की तंग हालत मेरे इस खेल के लिए ही नहीं पूरे परिवार के लिए पहाड़ की तरह है। ...लेकिन मैं जुटी रहूंगी, देश का नाम रौशन करने के लिए।'
जुझारू जाट की ओर से कविता गोयत को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं। वे ऐसे ही स्वर्ण पदक जीतती रहें और परिवार, जाट समाज, प्रदेश और देश का नाम रोशन करती रहें। ...और विशेष निवेदन हरियाणा जाट समाज के लिए कि आगे आएं और कविता के परिवार का सहयोग करें, ताकि कविता इस खेल में और आगे जा सके और एक प्रतिभा को सुविधाओं, परिस्थितियों से जूझने में अपना वक्त जाया ना करना पड़े, बल्कि देश का नाम, जाट समाज का नाम ऊंचा करने में अपना पूरा वक्त दे पाए। जुझारू जाट इस बेटी के लिए अपने स्तर पर जो प्रयास / प्रबंध कर सकता है, करेगा। आप भी आगे आएं...
जुझारू कविता गोयत को बधाई देने और सपोर्ट के लिए यहां संपर्क करें - 09416181362.
कविता गोयत के कोच श्री अनूप सिंह नेशनल वुमन बॉक्सिंग के चीफ कोच और द्रोणाचार्य अवॉर्ड विजेता हैं। श्री अनूप सिंह से इस नंबर पर संपर्क करें - 09896372287.
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ऐसी प्रतिभाएं ही समाज को मार्ग दिखाती हैं, बधाई
very very nice !!
:)
Wishing you a very bright future ahead...
आज लगभग सभी खेलो में जाटो का ही बोलबाला है
क्रिकेट , होकी , कुश्ती , मुक्केबाजी आदि
जय भगवान जाट बलवान
आज लगभग सभी खेलो में जाटो का ही बोलबाला है
क्रिकेट , होकी , कुश्ती , मुक्केबाजी आदि
जय भगवान जाट बलवान