कुछ समय पहले एक पुस्तक में कोट की हुई पंक्ति पढ़ी। उसमें लिखा था, 'जाट एक जाति नहीं विचारधारा है।' सहमती हुई इस पंक्ति से। इस विचारधारा में छिपे एक जुझारूपन को हमेशा महसूस किया। कुछ कर गुजरने की ख्वाहिश, बेहद मेहनती होने की लालसा, सपनों को पूरा करने के लिए जी-तोड़ मेहनत को तैयार और दिलेर किस्म के जाट बंधुओं से हुई मुलाकातों में यह सब खूबियां मुझे नजर आई।
इसी जुझारूपन से प्रभावित होकर, अपने लोगों की बात, अपने लोगों तक पहुंचाने के लिए यह कम्यूनिटी ब्लॉग शुरू किया गया है। यह स्वतंत्र मंच है। स्वतंत्रता विचारों की, जिज्ञासाओं की, लेखन की, इतिहास बुनने- बनाने की। इस स्वतंत्र मंच पर अपनों से परिचित करवाएं। हिंदी ब्लॉगिंग आप सबको मुबारक हो।
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MAKE A SENSE.. .. .. .....
yes jat ek vichardhara h aur jat ek darshan(Philosophy) bi h bus isko samajne ki avshyakta h