यह सामरिक प्रयासों की मिसाल है। संस्कृति, संपन्नता, परिपक्वता और सार्थक प्रयासों का जीता जागता सबूत। जाट समाज में महिला शिक्षा, महिलाओं को प्रोत्साहन, महिलाओं को आगे बढ़ाने की एक परंपरा रही है। उन्हें अधिकारों की स्वतंत्रता, कार्य की स्वतंत्रता, भविष्य बनाने और संवारने की स्वतंत्रता हर मौके पर मिली है। ...और इसी स्वतंत्रता, परिपक्वता का परिणाम है कि जाटों ने राजस्थान के राजनीतिक और प्रशासनिक पदों पर प्रथम महिलाएं प्रदेश को दी हैं।
जरा यहां गौर फरमाएं :-
राजस्थान से प्रथम महिला (जो किसी भी प्रदेश में) राज्यपाल : कमला बेनीवाल
राजस्थान मंत्रीमण्डल की प्रथम महिला मंत्री : कमला बेनीवाल
राजस्थान की प्रथम महिला उप मुख्यमंत्री : कमला बेनीवाल
राजस्थान की प्रथम महिला मुख्यमंत्री : वसुंधरा राजे
राजस्थान की प्रथम महिला विधानसभाअध्यक्ष : सुमित्रा सिंह
राजस्थान विधानसभा चुनाव नौ बार लगातार जीतने वाली प्रथम महिला : सुमित्रा सिंह
राजस्थान की प्रथम महिला मुख्य सचिव : कुशल सिंह
राजस्थान मंत्रीमण्डल की प्रथम महिला मंत्री : कमला बेनीवाल
राजस्थान की प्रथम महिला उप मुख्यमंत्री : कमला बेनीवाल
राजस्थान की प्रथम महिला मुख्यमंत्री : वसुंधरा राजे
राजस्थान की प्रथम महिला विधानसभाअध्यक्ष : सुमित्रा सिंह
राजस्थान विधानसभा चुनाव नौ बार लगातार जीतने वाली प्रथम महिला : सुमित्रा सिंह
राजस्थान की प्रथम महिला मुख्य सचिव : कुशल सिंह
श्रीमती कमला बेनीवाल के हाल ही त्रिपुरा के राज्यपाल पद की शपथ लेने के साथ ही इस विषय का सामरिक महत्त्व अचानक से बढ़ जाता है कि जाटों की बेटियां-बहुएं प्रदेश ही नहीं देशभर में परचम लहरा रही हैं। यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि यह सभी प्रथम महिलाएं उस दौर में राजनीति और प्रशासनिक सेवाओं की ओर रुझान करने वाली महिलाएं हैं, जब महिलाओं को घर-आंगन, चूल्हा-चौकी से बंधी इमेज में ही देखा जाता था।
इन सभी प्रथम महिलाओं के जज्बे और प्रयास को सलाम। जुझारू जाट की ओर से श्रीमती कमला बेनीवाल को राज्यपाल बनने पर ढेर सारी शुभकामनाएं।
त्रिपुरा के राजभवन में कमला बेनीवाल जी से संपर्क करने के लिए यहां कॉल करें :- 0381- 23२४०९१
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